देश में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे वक्त में आप घर बैठे अपना कोविड टेस्ट कर सकते हैं। टेस्ट करने के लिए आपको रैपिड एंटीजन किट की जरूरत होगी, जो बाजार में आसानी से मिल जाएगी।
इस होम किट के जरिए इस बात का पता चल जाएगा कि आप कोरोना पॉजिटिव हैं या निगेटिव। अगर आप में कोरोना के लक्षण हैं, लेकिन रैपिड एंटीजन टेस्ट निगेटिव आता है तो आपको तुरंत RT-PCR टेस्ट कराना चाहिए, क्योंकि रैपिड एंटीजन टेस्ट कुछ पॉजिटिव मामलों में गलत रिपोर्ट दे सकता है।
ICMR ने 7 होम टेस्टिंग किट्स को मंजूरी दी है
23 नवंबर 2021 को ICMR ने 7 होम टेस्टिंग किट्स को मंजूरी दी, जिसके जरिए आप घर बैठे अपना टेस्ट कर सकते हैं। इनमें कोवीसेल्फ, पैनबायो, कोवीफाइंड, एंगकार्ड, क्लिनीटेस्ट, अबचेक और अल्ट्रा कोवी कैच होम किट शामिल है।
कहां और कितने में मिलेगी रैपिड एंटीजन होम टेस्ट किट?
रैपिड एंटीजन होम टेस्ट किट आपको आसानी से बाजार और ई कॉमर्स वेबसाइट्स पर मिल जाएगी, जिसकी कीमत लगभग 250 रु. है।
टेस्ट करते वक्त इन बातों का रखना होगा ध्यान
रैपिड होम टेस्ट करते वक्त हमें टेस्ट वाली जगह को साफ कर लेना चाहिए। आप चाहे तो टेस्ट करने के लिए टेबल का इस्तेमाल कर सकते हैं। ताकि किट का पूरा सामान एक जगह पर रखा जा सके। इसके अलावा टेस्ट करने से पहले अपने हाथों को अच्छे से धो लें और सूखे कपड़े की मदद से ड्राई कर लें। इसके बाद टेस्टिंग प्रोसेस शुरू करें।
क्या इस किट से सही रिपोर्ट मिलती है?
आपको एक बात का ख्याल रखना होगा- अगर किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखाई देते है और रैपिड एंटीजन टेस्ट में उसकी रिपोर्ट निगेटिव आती है तो, उसे तुरंत RT-PCR टेस्ट करवाना चाहिए, क्योंकि कई बार रैपिड टेस्ट पॉजिटिव मामलों को गलती से निगेटिव बता सकता है। यानी अगर रैपिड टेस्ट में किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव है, तो वो सच में कोरोना पॉजिटिव है, लेकिन कई बार लक्षण होने पर भी रिपोर्ट निगेटिव आती है तो भी वो पॉजिटिव हो सकता है। इसलिए RT-PCR जरूर करा लें और ऐसे सभी लोग RT-PCR की जांच रिपोर्ट आने तक आइसोलेशन में रहें।
रैपिड टेस्ट का इस्तेमाल कब किया जा सकता है?
पार्टी से आने के बाद
किसी भी भीड़-भाड़ वाली जगह पर और पार्टी से आने के बाद आप अपना रैपिड होम टेस्ट कर सकते हैं।
बेबी-सिटर की जांच
अगर आपके घर पर बच्चे की देखभाल के लिए कोई बेबी-सिटर आती है, तो आप रैपिड टेस्ट के जरिए पता लगा सकते हैं कि बच्चा और बेटी-सिटर सुरक्षित हैं या नहीं।
बुजुर्गों और बीमार के केयरटेकर की जांच
अगर आपने घर के किसी बीमार या बुजुर्ग व्यक्ति के लिए केयरटेकर रखा है, तो उसकी भी रैपिड जांच जरूर करनी चाहिए।
होम मेड की जांच
घर पर खाना बनाने या काम करने के लिए आपने कोई होम मेड रखा है, तो उनका भी टेस्ट आप रैपिड एंटीजन किट की मदद से कर सकते हैं।
बुजुर्ग माता-पिता या रिलेटिव से मिलने जाने से पहले
अगर आप अपने बुजुर्ग माता-पिता, रिलेटिव या पड़ोस में किसी से मिलने जा रहे है, तो उसके पहले अपना रैपिड टेस्ट कर सकते हैं।
प्लेन, ट्रेन या बस से सफर के बाद
अगर आप प्लेन, ट्रेन या बस में सफर करने के बाद घर पर लौट गए हैं, तो अपना रैपिड टेस्ट जरूर कर लें।
अनवैक्सीनेटेड लोगों से संपर्क में आने के बाद
कई लोगों ने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है, ऐसे लोगों के संपर्क में आने के बाद आपको अपना टेस्ट कर लेना चाहिए।
खांसी-जुकाम होने पर
अगर आपको खांसी-जुकाम जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो अपना टेस्ट करके देख लें कि ये मौसमी बीमारी है या फिर कोरोना के लक्षण हैं।