Himachal Pradesh Politics: गुजरात में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री (Himachal Pradesh Chief Minister) जयराम ठाकुर (Jai Ram Thakur) को हाईकमान की ओर से अचानक दिल्ली (Delhi) तलब किए जाने से राज्य का सियासी तापमान काफी चढ़ गया है। मजे की बात यह है कि मुख्यमंत्री रविवार को ही दिल्ली से शिमला पहुंचे थे मगर उन्हें फिर दिल्ली बुलाया गया है। मुख्यमंत्री की आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री को अचानक दिल्ली तलब किए जाने के बाद कांग्रेस की ओर से गुजरात की कहानी हिमाचल प्रदेश में भी दोहराने की बात कही जा रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि विभिन्न मुद्दों पर मुख्यमंत्री की विफलता के कारण उन्हें पद से हटाने की तैयारी है। दूसरी ओर भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री को उपचुनाव की तैयारियों के संबंध में चर्चा के लिए दिल्ली बुलाया गया है। वैसे भाजपा हाईकमान की ओर से हाल में कई राज्यों के नेतृत्व में किए गए फेरबदल के बाद मुख्यमंत्री को अचानक दिल्ली तलब किए जाने से राज्य का सियासी माहौल जरूर गरमा गया है।
गुजरात प्रकरण से सियासी अटकलें तेज
भाजपा हाईकमान की ओर से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को मंगलवार को दिल्ली पहुंचने का निर्देश दिया गया है। सियासी हलकों में यह खबर फैलने के बाद राज्य में तरह-तरह की राजनीतिक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। भाजपा नेतृत्व की ओर से हाल में गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन किया गया है और विजय रुपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल की ताजपोशी की गई है।
गुजरात प्रकरण के तुरंत बाद जयराम ठाकुर को तलब किए जाने से सियासी हलकों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि कहीं अगला नंबर हिमाचल प्रदेश का तो नहीं है। प्रदेश के भाजपा नेताओं में भी इसे लेकर आपसी चर्चाएं तो जरूर हो रही हैं मगर कोई भी इस मुद्दे पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। भाजपा नेता हाईकमान की ओर से उठाए जाने वाले कदम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।