सावधान हो जाइए, कोरोना महामारी की तीसरी लहर (Coronavirus Third Wave) आ चुकी है। इस बार वायरस का कौन सा वेरिएंट (Corona variants) क्या गुल खिलायेगा, कोई कुछ नहीं कह सकता। हाँ, इतना जरूर है कि सरकार ने ऑक्सीजन सप्लाई और अस्पतालों के बेड की पर्याप्त व्यवस्था कर ली है। जिस तरह ट्रेनों, पर्यटक स्थलों और तीर्थस्थलों में भीड़ उमड़ रही है उससे ये सब तीसरी लहर के लिए सुपरस्प्रेडर साबित हो सकते हैं।
कोरोना की दूसरी लहर के लिए कुम्भ और राज्यों के चुनाव को सुपर स्प्रेडर इवेंट साबित हुए हैं। इसके अलावा जिस तरह बन्दिशें हटाई गईं और लोग कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाने लगे, उसके बाद कोरोना का ऐसा बम फूटा जिससही तबाही का मंजर सबने देखा है। अब फिर लोगों में जबर्दस्त लापरवाही देखने को मिल रही है, बाजारों, सड़कों, ट्रांसपोर्ट में भीड़ का कोई हिसाब ही नहीं है।
कोरोना की तीसरी लहर कब आएगी (Corona Ki Tisri Lahar kab Ayegi), इसे लेकर अलग अलग दावे किए जा रहे थे। महामारी की लहर से मतलब है कि जब वायरस अचानक बहुत तेजी से फैलने लगता है। ऐसे में संक्रमण और पॉजिटिवटी दर तेजी से बढ़ जाती है। ये उस स्थिति में होता है जब वायरस को फैलने के लिए अनुकूल हालात मिलने लगते हैं। जैसे जैसे भीड़ बढ़ती है और लोग मास्क आदि सावधानियां त्याग देते हैं तब वायरस को हमला करने का मौक़ा मिल जाता है। इस अवस्था को रोकने में में वैक्सीन का बहुत बड़ा रोल होता है लेकिन अगर वायरस म्यूटेट हो कर एंटीबॉडीज को चकमा देने लगे तो हालात पर कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है।
हर खबर सच से भरा हो। एक मित्र आपकी सुरक्षा की ईश्वर से कामना करता हूँ।