नई दिल्ली। बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में बड़ा ऐलान किया है। ऐसे में नितिन गडकरी ने कहा है कि सरकार अगले एक साल में सभी टोल प्लाजा खत्म करने की योजना पर काम कर रही है। आने वाले समय में टेक्नोलॉजी की मदद से लोगों को उतना ही टोल चुकाना होगा, जितना वो सड़क पर चलेंगे। असल में अमरोहा से बीएसपी(BSP) सांसद कुंवर दानिश अली ने गढ़ मुक्तेश्वर के पास सड़क पर नगर निगम की सीमा में टोल प्लाजा होने का मुद्दा उठाया।
इस मुद्दे पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि बीती सरकार में सड़क परियोजनाओं के ठेके में थोड़ी और मलाई डालने के लिए ऐसे कई टोल प्लाजा बनाए गए, जो नगर की सीमा पर हैं। यह निश्चित तौर पर गलत है और अन्याय करने वाला है।
ऐसे में नितिन गडकरी ने कहा कि फास्ट टैग पूरी तरह लागू करके एक साल में टोल लेने की व्यवस्था खत्म कर दी जाएगी। अब अगर इन टोल प्लाजा को निकालने जाएंगे तो सड़क बनाने वाली कंपनी मुआवजा मांगेगी। लेकिन सरकार ने अगले एक साल में देश में ‘सारे टोल खत्म’ करने की योजना बनाई है।
आगे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि टोल खत्म करने का मतलब टोल प्लाजा खत्म करने से है। अब सरकार ऐसी तकनीक पर काम कर रही है जिसमें आप हाईवे पर जहां से चढ़ेंगे, वहां जीपीएस की मदद से कैमरा आपकी फोटो लेगा और जहां आप हाईवे से उतरेंगे वहां की फोटो लेगा, इस तरह उतनी ही दूरी का टोल चुकाना होगा।
बता दें, टोल प्लाजों की वजह से लगातार लगने वाले जाम और यात्रियों को होने वाली परेशानी का मामला लंबे समय से उठता रहा है। ऐसे में अभी केंद्र सरकार ने सभी नेशनल हाइवे पर फास्टैग की सुविधा को लागू किया है। वहीं वाहन ऑटोमैटिक तरीके से बिना लाइन में लगे टोल प्लाजा पर टोल भर सकते हैं।