भारत में कुछ ट्विटर यूजर्स को गुरुवार रात ब्लू सब्सक्रिप्शन के लिए एपल ऐप स्टोर पर पॉप-अप मिला। इसमें ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन की मासिक कीमत 719 रुपए बताई गई। हालांकि कीमत अभी भी आधिकारिक तौर पर सामने नहीं आई है। ट्विटर यूजर्स ने इस बात पर हैरानी जताई की ये कीमत अमेरिका में लिए जाने वाले चार्ज से भी ज्यादा है।
अमेरिका में ब्लू सब्सक्रिप्शन की कीमत 660 रुपए
एलन मस्क ने अमेरिका में ट्विटर ब्लू की कीमत 8 डॉलर (करीब 660 रुपए) रखी है। जब उन्होंने इसकी घोषणा की थी को कहा था कि इसकी कीमत अलग-अलग देशों में उसकी पर्चेजिंग पावर के अनुसार होगी। ऐसे में माना जा रहा था कि भारत में ये सर्विस 150-200 रुपए में लॉन्च हो सकती है। लेकिन अगर एपल ऐप स्टोर पर 719 रुपए की इस कीमत पर विश्वास किया जाए, तो भारतीय यूजर्स की पर्चेंजिंग पावर से काफी ज्यादा है।
यूजर्स का मस्क से सवाल
719 रुपए की कीमत के पॉपअप सामने आने के बाद अब ट्विटर यूजर्स मस्क से सवाल पूछ रहे हैं। मस्क मेलन नाम के एक ट्विटर यूजर ने मस्क से पूछा- आपने कहा था कि ट्विटर ब्लू की कीमत देश की क्रय शक्ति के अनुसार होगी, फिर भारत में यह अमेरिका से महंगा क्यों है? वहीं लीजेंड आयुष नाम के एक यूजर ने लिखा @elonmusk भारत में ट्विटर ब्लू के लिए 719 रुपए की कीमत अंतिम है या इसे बदला जाएगा?
मंझुनाथरवी हैंडल वाले एक अन्य यूजर ने ट्विटर और एपल के बीच तुलना की। उन्होंने कहा कि दोनों अमेरिकी कंपनियां भारत में अपने उत्पादों के लिए अधिक शुल्क लेती हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘अमेरिका की तुलना में भारत में ब्लू टिक की कीमत 1 डॉलर ज्यादा है। भारत में आईफोन की कीमत USA की तुलना में 100 डॉलर अधिक है। यह क्रय-विरोधी शक्ति समता है।’
सभी यूजर्स से वसूल सकते हैं फीस
इससे पहले एक खबर आई थी कि मस्क केवल ब्लू सब्सक्रिप्शन के लिए ही नहीं ट्विटर के इस्तेमाल के लिए सभी यूजर्स से फीस वसूल सकते हैं। प्लेटफॉर्मर की एक रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में एक मीटिंग में मस्क ने कर्मचारियों के साथ इस विचार पर चर्चा की था। मस्क का प्लान है कि यूजर्स को फ्री में लिमिटेड टाइम ही एक्सेस मिले। इसके बाद ट्विटर यूजर करने के लिए सब्सक्रिप्शन खरीदना होगा।
सब्सक्रिप्शन मोड पर ले जाने की 3 वजहें
1. कंपनी को रोजाना 32 करोड़ का नुकसान हो रहा है। वो नए मॉडल से रेवेन्यू बढ़ाना चाहते हैं।
2. मस्क ने ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीदा है। वो जल्द इसकी भरपाई करना चाहते हैं।
3. ट्विटर पर भारी कर्ज है। वो इसे खत्म करने के लिए एडवर्टाइजर्स पर निर्भर नहीं रहना चाहते।