कोविड टीकाकरण अभियान की शुरुआत में राजस्थान बहुत तेजी से देश का रोल मॉडल बनकर उभर रहा था। महत्वपूर्ण बात यह थी कि विश्व स्वास्थ संगठन ने उसे कोविड गाइडलाइन के सारे मानकों में ग्रीन मार्क दिया। लेकिन राजस्थान को कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारी और प्रबंधन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) ने पूरे देश में सबसे बढ़िया राज्य माना था। बाद में टीकाकरण में उत्तर प्रदेश बहुत तेजी से उभरा और देश में नंबर एक पर आ गया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पांच कैटेगरी में से राजस्थान को ग्रीन कलर की श्रेणी में रखा था। यानी राजस्थान ने बहुत अच्छे तरीके से कोरोना टीकाकरण अभियान को शुरू किया। इस बारे में राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने भी ट्वीट करके कहा था कि राजस्थान का कोविड वैक्सीनेशन का रोल मॉडल देश के सामने प्रस्तुत करेंगे।
राजस्थान के कोरोना वैक्सीनेशन प्रोजेक्ट निदेशक डॉ. रघुराज ने भी कहा था कि डब्ल्यूएचओ ने राज्य सरकार की कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों जैसे कि परिवहन व्यवस्था, कोल्ड स्टोरेज, आपूर्ति प्लान आदि को देखने के बाद ग्रीन मार्क की कैटेगरी में रखा।
राजस्थान के लिए ये बड़ी उपलब्धि रही कि जिस समय डब्ल्यूएचओ ने कुछ प्रदेशों को सीमित मानकों में ही ग्रीन कैटेगरी में रखा उस समय राजस्थान को मानकों में यह उपलब्धि हासिल हुई।