New Delhi/Atulya Loktantra: सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल दो और किसानों की मौत हो गई है। वहीं एक अन्य की हालत गंभीर है। मृतकों की पहचान सोनीपत के गांव गंगाना निवासी कुलबीर सिंह व पंजाब के जिला संगरूर के गांव लिदवा निवासी शमशेर सिंह के रूप हुई है। वहीं गंगाना के ही युद्धिष्ठर को हृदयघात के चलते पीजीआई रोहतक रेफर किया गया है।
पुलिस ने बताया कि सुबह गोहाना के गांव गंगाना के रहने वाले किसान कुलबीर सिंह की मौत की सूचना मिली है। उनके साथी किसानों ने बताया कि वह शनिवार रात तक स्वस्थ्य थे, केवल थोड़ी थकान महसूस कर रहे थे। रात में खाना खाने के बाद पॉरकर माल के पास टेंट में सो गए थे। सुबह नहीं उठने पर उनके साथी किसानों ने जगाने का प्रयास किया तो बेसुध मिले। इसकी सूचना किसान आंदोलन में तैनात चिकित्सक को दी गई।
चिकित्सक ने किसान को मृत घोषित कर दिया। उसके कुछ देर बाद पंजाब के जिला संगरूर के गांव लिदवा निवासी किसान शमशेर सिंह पुत्र निर्भय सिंह की हालत खराब हो गई। उनको तत्काल सामान्य अस्पताल भेजा गया, जहां पर उनको मृत घोषित कर दिया गया। उसके आधे घंटे बाद ही गोहाना के गांव गंगाना के ही किसान युधिष्ठर सिंह को हार्ट अटैक आ गया।
उनको तत्काल सामान्य अस्पताल ले जाया गया। जहां से हालत गंभीर होने के चलते उनको पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। पुलिस को आशंका है कि इन किसानों की मौत सर्दी लगने से हृदयाघात के कारण हो सकती है। मौत के सही कारणों की जानकारी पोस्टमार्टम के बाद हो हो सकेगी।
जींद के किसान की टीकरी बॉर्डर पर मौत
किसान आंदोलन में शामिल जींद के गांव ईंटल कला के किसान जगबीर (40) की शनिवार देर शाम ठंड लगने से मौत हो गई। जगबीर तीन दिन पहले ही घर से टीकरी बार्डर पर किसान आंदोलन में शामिल होने गए थे। इससे पहले भी वह किसानों के आंदोलन में 20 दिन रहकर लौटे थे। जगबीर की मौत के बाद ग्रामीणों ने शहीद का दर्जा देने की मांग की है। रविवार शाम तक जगबीर का शव गांव पहुंचेगा।
दो किसानों की हालत बिगड़ी तो कराया उपचार
कुंडली बॉर्डर स्थित धरना स्थल पर ठंड के बीच अचानक दो किसानों की हालत बिगड़ गई। पंजाब के जिला पटियाला के गांव दौलत निवासी सहेंद्र की शनिवार सुबह अचानक दौरा पड़ने से हालत बिगड़ गई। उसे अस्पताल में उपचार दिलवाया गया। वहीं पंजाब के रहने वाले सज्जन की अचानक हालत बिगड़ गई। मूक-बधिर सेवादार को तुरंत सामान्य अस्पताल में ले जाया गया। वहां उन्हें उपचार दिलाया गया। उसके बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।