Chandigarh/Atulya Loktantra: पंचकूला में दो पोल्ट्री फार्म की 3700 मुर्गियों को मारकर जमीन में दबाया गया। जींद-सफीदों रोड पर गांव बहादुरगढ़ के पास सड़क किनारे हजारों मरे हुए मुर्गे मिले। करनाल के नेवल स्थित कमांडो कॉम्प्लेक्स में भी पांच बगुले मृत मिले। मुर्गों के सैंपल लैब में भेजे जाएंगे, जबकि बगुलों के सैंपल भेज दिए गए हैं।
रायपुररानी-बरवाला पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए जाने पर शनिवार को प्रशासन की रैपिड एक्शन की टीम ने 3700 मुर्गियों को मारकर गड्ढे में दबा दिया। इन टीमों ने सिद्धार्थ पोल्ट्री में एक हजार और नेचर पोल्ट्री में 2700 मुर्गियों को मारा। पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों को दबाने के लिए जेसीबी से गहरी खुदाई करवाई गई।
यह काम बेहद सावधानी के साथ किया गया और दबाते समय हर प्रकार की सावधानी बरती गई। यह ऑपरेशन अभी दो दिन और चलेगा। जींद के गांव बहादुरगढ़ के पास मरे हुए मुर्गे कोई फेंक गया। इस बारे में वीडियो वायरल होने के बाद पशुपालन विभाग हरकत में आया और जांच शुरू की। सैंपल लेकर लैब भेजे जाएंगे।
मरे हुए मुर्गों को सुरक्षा के साथ दफनाया जाएगा। वहीं, करनाल के नेवल स्थित कमांडो कॉम्प्लेक्स में पांच बगुले मृत मिलने की सूचना पर वन्य जीव एवं पशु पालन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूरे परिसर में दवाई का छिड़काव किया गया। जांच पड़ताल के बाद एहतियातन मृत पशुओं के सैंपल जालंधर आरडीडी लैब भेजा गया है।
इससे पहले भी पशुपालन विभाग की ओर से करनाल जिले से 21 सैंपल लिए गए थे, जिनकी रिपोर्ट का अभी अधिकारियों को इंतजार है। महेंद्रगढ़ में भी पशुपालन विभाग की टीम ने शनिवार को अलग-अलग क्षेत्रों से सैंपल लिए। सैंपल लेने की प्रक्रिया रविवार को भी जारी रहेगी। सोमवार सुबह इन सैंपलों को जालंधर भेजा जाएगा।
गुरुग्राम में तैयार हुई रैपिड रिस्पांस टीम
गुरुग्राम में बर्ड फ्लू के फैलाव को रोकने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम तैयार की गई है। राहत की बात है कि अभी तक जिले में किसी भी पक्षी में फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, मृत मिले पक्षियों में से दो के नमूने जांच के लिए जालंधर भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट अभी नहीं मिली है।
शनिवार गुरुग्राम के सेक्टर-52 स्थिति ताऊ देवीलाल बायोडायावर्सिटी पार्क में एक मृत कौआ मिला। अब तक जिले में 10 से भी ज्यादा मृत पक्षी मिल चुके हैं। सतर्कता बरतते हुए वन विभाग ने सुल्तानपुर झील पर लोगों के प्रवेश को पूरी तरह वर्जित कर दिया है। वहीं ताऊ देवीलाल बायोडायवर्सिटी पार्क को भी जीएमडीए ने बंद कर दिया है।