Faridabad/Atulya Loktantra : धर्म हमें सद्मार्ग के लिए प्रेरित करते हैं। कोई भी धर्म हिंसा की इजाजत नहीं देता। हर धर्म में सद्प्रेम, भाईचारा, सहयोग तथा एकता की बात सिखाई जाती है। हमें अपने धर्म पर चलकर मानवता धर्म का पालन करना चाहिए ताकि समाज और राष्ट्र समृद्ध हो सके। यह बात प्रमुख समाज सेवी अरूण गोपाल गुप्ता ने ओल्ड फरीदाबाद बराही पाड़ा स्थित प्राचीन शिव मन्दिर में आयोजित दूसरी श्रीमद् भागवत कथा से पूर्व निकाली गई कलश शोभा यात्रा में उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए हमें धर्म का मार्ग अपनाना होगा। यह मार्ग हमें शक्ति, उत्साह और सद्बुद्धि दे सकता है। जबकि भौतिक और विलासिता के मार्गों पर हमें कठिनाई और परेशानियों का ही सामना करना पड़ता है।
धार्मिक ग्रन्थों में दिए गए उपदेश और प्रवचनों में साफ लिखा है कि धर्म से भटकने वाला व्यक्ति जीवन में अशान्ति का शिकार होता है। आखिर में उसे मन और मस्तिष्क की शान्ति के लिए धर्म (परमात्मा) की शरण में ही आना पड़ता है। इस अवसर पर कथा व्यास गोविन्दाचार्य, रमेशचन्द शर्मा, पंडित मुरारीलाल बृजवासी, दिनेश शर्मा, अशोक शर्मा, अंगद शर्मा, राजकुमार गुप्ता, बाॅबी, चन्दर शर्मा, गुलशन अरोड़ा, संजय कक्कर, कल्लू आढ़ती सहित सैंकडों महिलाएं उपस्थित थीं। इससे पूर्व कलश शोभा यात्रा मन्दिर परिसर से होती हुई शहर के मुख्य बाजारों से गुजरकर कथा स्थल पर पहुंची।