New Delhi/Atulya Loktantra : सीबीएसई (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन) ने 10वीं 12वीं परीक्षा में अटेंडेंस को लेकर सख्ती बरतने का फैसला लिया है. बोर्ड ने सख्ती बरतते हुए कम उपस्थिति वाले स्टूडेंट्स को बोर्ड परीक्षा में बैठने का मौका न देने का फैसला किया है. ये फैसला इसी सत्र से लागू होगा. सीबीएसई ने सभी स्कूलों को इसके बारे में निर्देश दिए हैं.
बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक 10वीं- 12वीं कक्षा में जिन छात्रों की क्लास में उपस्थिति कम होगी, उन्हें परीक्षा में बैठने के लिए सख्त नियम का पालन करना होगा. उन्हें कम अटेंडेंस को लेकर कारण बताना होगा और उसके पक्ष में दस्तावेज भी जमा करने होंगे. दस्तावेज नहीं जमा कर पाए तो परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी.
बता दें कि कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होने वाली है. बोर्ड की ओर से जल्द ही एडमिट कार्ड जारी किए जाने हैं, इसलिए जल्द से जल्द स्कूलों को अटेंडेंस रिपोर्ट रीजनल ऑफिस में जमा करनी होगी.
कम हाजिरी पर क्षेत्रीय अधिकारी से करें संपर्क
सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि बोर्ड द्वारा स्कूलों को हाजिरी से जुड़ा नोटिस दिया जाता है. जिन बच्चों की हाजिरी 75 फीसद से कम होगी, उन्हें CBSE के क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारी से संपर्क करके बताना होगा कि किन कारणों से उनकी अटेंडेंस कम है. वाजिब कारण और सही प्रमाण होने पर ही उन्हें अनुमति दी जाएगी.
ऐसा माना जाता है कि कई बच्चे स्वास्थ्य कारणों या अन्य स्थिति में स्कूल नहीं जा पाते हैं. कई बार स्कूल बंद होने के चलते भी बच्चे हाजिरी पूरी नहीं कर पाते हैं.अगर बच्चे अपने उचित कारण बताते हैं तो उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी. बता दें कि सीबीएसई की परीक्षा को लेकर स्टूडेंट्स की 75 प्रतिशत से ज्यादा हाजिरी अनिवार्य है. ये कम होने पर स्टूडेंट्स को कारण बताना होगा.
10वीं कक्षा के एग्जाम पैटर्न में बदलाव
CBSE ने साल 2020 में होने वाली 10वीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर महत्वपूर्ण बदलाव किया है. इसके मुताबिक हर विषय में 20 सवाल बहुविकल्पीय पूछे जाएंगे. सीबीएसई की तरफ से इसके लिए सैंपल पेपर्स भी जारी किए गए हैं.अगर छात्र इन सैंपल पेपर्स से तैयारी करें तो उन्हें नये बदलाव की सटीक जानकारी होगी.