Chandigarh/Atulya Loktantra: हरियाणा में भी कोरोना के पॉजिटिव मरीजों को पल्स ऑक्सीमीटर दिए जाएंगे। ये डिवाइस होम क्वारेंटाइन किए गए मरीजों को उपलब्ध होंगे। बाद में मरीजों को यह डिवाइस वापस सरकार को लौटानी होगी। प्रदेश सरकार की ओर से प्रथम चरण में 2500 लोगों को यह डिवाइस मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग ने और डिवाइस खरीदने के आर्डर भी कर दिए हैं।
यह ऑक्सीजन का लेवल चैक करने वाली एक डिवाइस है। पड़ोसी राज्य यूपी में तीन ऐसे कोविड-19 मरीज सामने आए हैं, जिनमें किसी तरह के लक्षण नहीं थे। उनमें ऑक्सीजन लेवल अचानक ही कम हुआ और इससे उन मरीजों की मौत हुई। कोविड-19 में यह अपनी तरह के नए मामले थे। सरकार ने होम क्वारेंटाइन किए गए पॉजिटिव मरीजों को यह डिवाइस उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। खास बात यह है कि रोगी के डिवाइस में उंगली रखने के बाद इसमें रीडिंग आएगी।
डिवाइस मरीज के खून में ऑक्सीजन के लेवल को बयां करेगी। यह डिवाइस शरीर में होने वाले छोटे से छोटे उतार-चढ़ाव का भी पता लगा सकेगी। डिवाइस से पता लग सकेगा कि मरीज का दिल ठीक से काम कर रहा है या नहीं। दिल के माध्यम से ही पूरे शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो होता है।
90 प्रतिशत से अधिक ऑक्सीजन होनी जरूरी
पल्स ऑक्सीमीटर की रीडिंग को अभी तक सही माना गया है। खून में 90 प्रतिशत से अधिक ऑक्सीजन होनी जरूरी है। कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों में अगर ऑक्सीजन लेवल इससे नीचे आता है तो वह खतरे की घंटी है। कोरोना रोगियों को पल्स ऑक्सीमीटर देने का निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बिना लक्षणों वाले पॉजिटिव मरीजों को होम क्वारेंटाइन करने की गाइड लाइन जारी की है।
अनिल विज, स्वास्थ्य मंत्री, हरियाणा ने कहा कि यह डिवाइस मरीज का दिल ऑक्सीजन फ्लो का काम अच्छे से कर रहा है, फेफड़ों के लिए दी गई दवाई कितने अच्छे से काम कर रही है। यही नहीं मरीज को सांस लेने में आ रही दिक्कत का भी इससे पता लग सकेगा। रीडिंग प्राप्त करने के लिए इस क्लिप जैसी डिवाइस में उंगली को रखा जाता है। इसके बाद डिवाइस खून में मौजूद ऑक्सीजन के स्तर को नापती है। जबकि हार्ट रेट की रीडिंग भी देती है।