Chandigarh/Atulya Loktantra : प्रदेश में पहली बार एमडीयू की ओर से अपना इंटीग्रेटेड फ्रेमवर्क सिस्टम तैयार करवाया है, जिसमें स्टूडेंट्स ऑनलाइन दाखिला लेने के साथ ही ऑनलाइन कक्षाएं भी लगा सकेंगे। इसके लिए एमडीयू के कंप्यूटर सेंटर की टीम ने 20 दिन में यह सिस्टम तैयार किया है, ताकि स्टूडेंट्स को किसी भी काम के लिए सीधे तौर पर विश्वविद्यालय आने की जरूरत ही ना पड़े।
इसी के साथ एमडीयू प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है जोकि स्टूडेंट्स को वर्चुअल एक्सपीरियंस देगा और डिजिटल फ्रेंडली सुविधा मिलेगी। स्पष्ट कहा जाए तो स्टूडेंट्स अपने मोबाइल के जरिए विवि में दाखिला लेकर उसी के जरिए ऑनलाइन कक्षाएं तक लगा सकेंगे।
पूरा पढ़ाई का कंटेंट भी ऑनलाइन मिल जाएगा। हरेक विभागाध्यक्ष का फोन नंबर भी स्टूडेंट्स के साथ शेयर किया जाएगा। एक बार पोर्टल पर लॉग-इन बनने के बाद पूरे कोर्स तक इंटीग्रेटेड पोर्टल से ही सुविधा मिलती रहेगी। हरेक क्लास का शेड्यूल, पाठ्यक्रम और वर्चुअल क्लास तक की सुविधा इसी के जरिए मिलेगी।
ऑनलाइन एडमिशन 7 अगस्त तक होंगे
अभी 12वीं का परीक्षा परिणाम आने के चलते पहले चरण में 12वीं पास करने के बाद होने वाले 5 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स के दाखिला प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए 15 जुलाई की शाम से पोर्टल ऑनलाइन कर दिया जाएगा। ये ऑनलाइन एडमिशन 7 अगस्त तक होंगे। वहीं, दो वर्षीय/तीन वर्षीय स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया की ऑनलाइन पंजीकरण 24 जुलाई से शुरू होगी। पीजी पाठ्यक्रमों की ऑनलाइन पंजीकरण की अंतिम तिथि 14 अगस्त होगी।
डिजिटल प्रक्रिया के तहत प्रोस्पेक्टस भी नेवीगेशन के साथ बनाया गया है, यानि कोई स्टूडेंट फीस स्ट्रक्चर देखना चाहता है तो इनबाॅक्स में जैसे ही फीस के ऑप्शन के पेज नंबर पर क्लिक करेगा तो वह सीधे ही पेज संख्या पर पहुंच जाएगा, उसे बार-बार प्रोस्पेक्टस पर स्क्रॉलिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसी के साथ एमडीयू ने 2024-25 का एकेडमिक कैलेंडर भी जारी कर दिया है, जिसके तहत ऑनलाइन कैंपस क्लास, जिसकी राज्य सरकार कोविड-19 के तहत मंजूरी देगी तो शुरु हो पाएंगी।
दस्तावेज माेबाइल से स्केन कर अपलोड कर सकते हैं
अभी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने भले ही दाखिला प्रक्रिया के लिए वेबसाइट ओपन की है, लेकिन वहां भी स्टूडेंट्स के लिए अपने दस्तावेज अपलोड करने की सुविधा नहीं दी गई है। जबकि एमडीयू के स्टूडेंट्स पोर्टल में आवेदनकर्ता अपने दस्तावेजों को मोबाइल से ही स्कैन करके पोर्टल पर अपलोड कर सकेगा। ऐसी सुविधा दिल्ली विवि की वेबसाइट पर भी नहीं है। इसमें सिंगल लॉगइन बनाया गया है, जोकि बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में सुविधा रहती है।
वहीं फ्रेमवर्क डिजाइन करने वाले टीम लीडर विकास नागिल कहते हैं कि यह ऐसा फ्रेमवर्क है, जिसमें ग्लोबल तौर पर कोई भी स्टूडेंट कहीं से भी यूज कर सकते हैं। इसमें किसी थर्ड पार्टी को यूज नहीं किया है। एमडीयू ने अपना स्वयं का सिस्टम बनाकर काम किया है। यह फ्रेमवर्क स्टूडेंट को खुद ब खुद गाइड करेगा।
कोरोना काल में पहली बार एमडीयू में ऐसा होगा, जब यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट के तहत दाखिला लेने वाले हरेक स्टूडेंट का एक लाख रुपए तक का बीमा तक करवाया जा रहा है। इसके लिए स्टूडेंट्स से 48 रुपए की फीस ली जाएगी। चूंकि इस बीमा के लिए प्रीमियम राशि 96 रुपए है। इसमें आधा हिस्सा ही स्टूडेंट को देना होगा, बाकि के आधे हिस्से के 48 रुपए एमडीयू की ओर से जमा करवाया जाएगा। इसके लिए बीमा कंपनी से करार किया गया है। यह स्टूडेंट्स बीमा की सुविधा देने वाला भी एमडीयू पहला विवि बन गया है।
काेर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया आज से शुरू
एमडीयू के कुलसचिव, प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने बताया कि एमडीयू में इंटीग्रेटेड कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया 15 जुलाई से शुरू होगी। इस प्रवेश प्रक्रिया संबंधित जानकारी के लिए शैक्षणिक शाखा 0126-274354 से दूरभाष पर संपर्क किया जा सकता है। ई-मेल http://[email protected] से भी ई-मेल कर जानकारी प्राप्त की जा सकती है।