Chandigarh/ Atulya Loktantra : हरियाणा सरकार ने राज्य के विश्वविद्यालयों (विवि), महाविद्यालयों व तकनीकी शिक्षा से जुड़े संस्थानों में अंतिम वर्ष की कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की परीक्षाएं 1 से 31 जुलाई तक आयोजित करने का निर्णय लिया है। इन परीक्षाओं के परिणाम 7 अगस्त 2023 तक घोषित किए जाएंगे।
विद्यार्थियों के हितों को देखते हुए हरियाणा सरकार ने उच्चतर शिक्षा विभाग व तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले संस्थानों के अंतिम वर्ष की कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की परीक्षाएं पहले की तरह ही करवाने का निर्णय लिया है, लेकिन इस दौरान भारत सरकार के गृह मंत्रालय एवं हरियाणा सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजिंग आदि का पूर्ण रूप से पालन किया जाना जरूरी है।
परीक्षाओं के दौरान विद्यार्थियों के लिए छात्रावास नहीं खोले जाएंगे, लेकिन सामाजिक दूरियों के मानदंडों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। हरियाणा से बाहर के जो विद्यार्थी इस दौरान अगर कोई परीक्षा देने से रह जाते हैं, उनके लिए पिछली सभी परीक्षाओं का औसत लिया जा सकता है। छात्र बाद में परीक्षा देने या ग्रेड में सुधार का विकल्प चुन सकते हैं।
इंटरमीडिएट सेमेस्टर के विद्यार्थी होंगे प्रमोट
इंटरमीडिएट सेमेस्टर के सभी विद्यार्थी अगली कक्षा में प्रमोट कर दिए जाएंगे, जिसमें उनके पिछली कक्षा में प्राप्त अंकों का 50 प्रतिशत को वर्तमान सेमेस्टर के आंतरिक मूल्यांकन या असाइनमेंट के 50 प्रतिशत अंकों के साथ जोड़ा जाएगा। यदि कोई विश्वविद्यालय कैंपस डिपार्टमेंट्स के ऐसे विद्यार्थियों की परीक्षा लेना चाहतें हैं तो वे ऐसा कर सकते हैं। जिन विद्यार्थियों का कोई पेपर बकाया है तो उन्हें परीक्षा से छूट देकर अगले सेमेस्टर में प्रमोट किया जा सकता है और रि-अपीयर आगे ली जा सकती है।
प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को केवल आंतरिक मूल्यांकन की गणना के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जा सकता है। जिस संस्थान में प्रैक्टिकल परीक्षाएं अभी तक संचालित नहीं हो पाई हैं, वहां पर विद्यार्थियों की पिछली प्रैक्टिकल परीक्षाओं के औसत आधार पर या पिछली सेमेस्टर में थ्योरी की परीक्षाओं के औसत 80 प्रतिशत अंकों को आधार माना जा सकता है। विश्वविद्यालयों द्वारा अपने यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट्स में एडमिशन व्यक्तिगत स्तर पर आयोजित किए जाएंगे, जबकि उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा स्नातक स्तर और स्नातकोत्तर स्तर के कॉलेजों के लिए पहले की तरह केंद्रीकृत ऑनलाइन एडमिशन किए जाएंगे।